क्या आपको पता है रोहिंग्या शरणार्थियों के समर्थन में कौन कौन वकील सुप्रीम कोर्ट में लड़ रहे हैं ? हम बताते हैं = फाली एस नरीमन, कपिल सिब्बल, राजीव धवन, अश्विनी कुमार, प्रशांत भूषण और कॉलिन गोजवेल्स. ये ऐसे नामी गिरामी और महंगे वकील है जिन तक पहुँचने में भी आपकी एडियाँ घिस जाएगी. फिर भागे हुए कंगाल रोहिंग्या मुसलमानों पर ये वक्त जाया क्यों कर रहे हैं? वजह मानवता नहीं, पैसा और सिर्फ पैसा है. क्या अब भी समझ में नहीं आता कि ये रोहिंग्या शरणार्थी नहीं घुसपैठिये हैंय़ इनका मुद्दा मानवीय मुद्दा नहीं बल्कि देश कृतघ्न लोगों के लिये वोट बैंक और अंध-धर्मयुद्ध (जिहाद) का मुद्दा है और ऐसे ही राष्ट्रद्रोही सिर्फ पैसों के लिए मानवता के इन शत्रुओं को भारत में बसाने केलिए लड़ रहे हैं. वो पैसा जो इन्हें देशी विदेशी भारत विरोधी तत्वों से प्राप्त हो रहे हैं. – मुकेश कुमार वर्मा, मोकामा
आजकल देश में इतना खुलापन (स्वतंत्रता) हो गया है कि, कुछ साल पहले हर क्षेत्र में लाखों, करोड़ों के घोटालों पर भी जिनकी जुबान नहीं खुलती थी वह भी अब मोदी को आंतरिक और विदेशी मामलों में (अपनी औकात अनुसार) सलाह देने को आतुर हो रहे हैं।
ऐसा लग रहा है कि, मोदी ने सबको (चोर, लुटेरे, दलाल, कमीशन खोर, हवाला, हलाला, गद्दार) बेरोजगार बना दिया है।
चिरमिराहट की कुछ न कुछ वजह तो होती ही है ! – भगवान प्रसाद घिल्डियाल, देहरादून (Sep/17/2017)
DID YOU KNOW ? Mrinal Pande who abused PM Modiji & posted a pic of a donkey on his Birthday, (which I first thought was her own selfie) used to head Prasar Bharti (DD) in the Congress regime ,That’s how Biased Media was in that era ! and that’s why most of the Congress scams didn’t make it to the Headline news !
Modiji has given freedom of speech to everyone even a low life journalist like her …that is the difference, if she has written against Sonia ji or congress she would be killed like a journalist lady was recently killed in Bengaluru. – Geetanjali Arora, Bangalore (Sep/17/2017)
भ्रष्टाचार और लूट में अपने पिता लालू यादव से भीे तेज निकले हैं तेजस्वी यादव जी. सिर्फ दो साल के उपमुख्यमंत्री के काल में की अरबों की काली कमाई और गोरख धंधे. इनकी तो विधान सभा सदस्यता भी जा सकती है. वैसे इसमें हैरानी वाली कोई बात नहीं है. फिल्म अभी बहुत बाकी है दोस्तों. अभी तो मीसा और राबड़ी की पूरी भ्रष्ट कमाई सामने आने वाली है. फिर उसके बाद दूसरे बेटे बेटियों के खाते बही भी चेक किये जायेंगे. मुझे तो लगता है कि इतना पैसा निकल कर सामने आयेगा कि पूरे देश का विदेशी कर्जा चुक जायेगा !!! – मुकेश कुमार वर्मा, मोकामा (Sep-16-2017)
एक व्यक्ति का ‘इनकम टैक्स रीटर्न’ का फार्म वापस आ गया!
क्योंकि एक सवाल जो यह था कि
‘कितने लोग आप पर आश्रित हैं?’
उसने जवाब लिखा था
65% देश की जनता जो टैक्स नहीं चुकाती,
21 मिलियन अवैध संस्थान,
1382 जेलों में बंद 9 लाख कैदी,
और संसद के 544+ सांसद और राज्यों के 4000+ से ज्यादा विधायक!
इनकम टैक्स विभाग ने लिखा – ‘यह एक स्वीकार योग्य उत्तर नही है!’
मैं अभी तक हैरान हूँ कि वो किन लोंगो का नाम लिखना भूल गया!
– त्रिपत सिंह, चंडीगढ़ (Sep-16-2017)
धन्यवाद मोदी जी .आपके कारन दो इंडिया का निर्माण हो रहा है..एक है नई इंडिया और दूजा है बैकवर्ड इंडिया.पहले में गुजरात और दूसरे में बाकी सब.मेरी अभिलाषा यही है की अगली बार भी बीजेपी की सरकार आये पर उसमे क्षेत्रवादी मोदी न हो. आप तो ऐसे न थे. पहले हमने आप से बहुत उम्मीदें रखी थीं. लेकिन आप बदल गये. सबका साथ सबका विकास सही तरीके से कीजिये. सारी दुनिया में आपके इस नारे की तारीफ हो रही है. पर भारत का बैकवर्ड इंडिया उदास है. उसके लिये सही अर्थों में कुछ होना ही चाहिये. 2019 में आपको इनका ही वोट मिलेगा अगर आप इन पर भी ध्यान दे देंगे. अभी भी देर नहीं हुई है मोदी जी ! – इंजीनियर अभिलाषा तिवारी, दिल्ली (Sep-16-2017)
Modiji …एक request है की आप bullet train के साथ साथ कुछ ,garbage policy,new technology , ओर specially धरना प्रदर्शन को कम करने के उपाय भी लिखवा कर लाये l.. बात बात पर तोड़ फोड ओर हंगामा इन सबका हर्जाना आम जनता को भुगतना पड़ता है l. क्योकी मैने पहले पढा है की ज़ापान मे किसी भी factory मे जब salary नही देने के पैसे होते थे तो वो लोग अपने मालिक को double काम करके देते थे l.. काम वही पर सोच नई …….छाया पुंडीर, मुंबई
Natural Calamities happen for good only. They don’t have to ask permission with anyone. They just do their works whenever they have to and wherever they have to. Happenings happen spontaneously ..it is mother nature who has to take care of every thing ..and every one, mind it !! – Deepika Gupta, Siligudi (Sep/15/2017)
सार्वजनिक वितरण प्रणाली को आधार से जोड़ने पर प्रतिवर्ष 35 हज़ार करोड़ की बचत। अकेले उत्तराखंड राज्य में समाज कल्याण विभाग से अल्पसंख्यक छात्रों को मिलने वाली छात्रवृति को आधार से जोड़ने पर 2 लाख छात्र गायब। सब्सिडी के कारण किसानों को मिलने वाले यूरिया को नीम कोटेड यूरिया कर देने पर क्रांतिकारी परिवर्तन। लेकिन मुझे तो विरोध करना है।
क्योंकि – मुझे क्या?
और – मेरा क्या?
हमें अपनी योग्यता के अनुसार नेतृत्व मिलता है। पिछले 68 सालों से यही चोरी चकारी करने को प्रोत्साहित किया गया। परिणाम ये है कि हर बात पर — मोदी इस्तीफा दो। -हिमांशु कुमार घिल्डियाल, देहरादून
उमर अब्दुल्ला को क्यों तकलीफ हो रही है अगर मोदी जी ने निर्मला सीतारमण को देश का रक्षा मंत्री बना दिया है. लोग अगर उमर के बयान पर कह रहे हैं कि उमर ने अपनी मजहबी सोच का प्रदर्शन किया है तो क्या गलत कह रहे हैं लोग? तीन तलाक पर तो उमर को कोई तकलीफ नहीं थी जिस घृणित कुप्रथा ने लाखों करोड़ों मुस्लिम महिलाओं की ज़िंदगी बर्बाद कर दी..अगर उस पर भी लोग कहते हैं कि मजहब में अकाल की दखल नहीं होनी चाहिए, तो बताइये क्या गलत है और क्या सही?? – जतिन्दर ओबराय, दिल्ली (Sep/14/2017)